मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। बड़े शहरों का हाल ज्यादा खराब है। ग्वालियर और जबलपुर में 5-5 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं। भोपाल और इंदौर में यह संख्या 10-10 हजार से ज्यादा है। 24 घंटे में इन चारों बड़े शहरों में 5,152 नए संक्रमित मिले हैं और 25 मरीजों की मौत हुई है। भोपाल में सबसे ज्यादा 1,669 नए केस आए हैं, जबकि इंदौर-जबलपुर में सबसे ज्यादा 7-7 की मौत हुई है। इंदौर में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। दमोह विधानसभा-55 के उपचुनाव के लिए शनिवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। सुबह 7 बजते ही मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू की गई। मतदाता भी अपना विधायक चुनने के लिए मास्क पहन और गोलों में खड़े होकर वोट डालने कतार में खड़े रहे। केंद्र में थर्मल स्क्रीनिंग की गई और वोटिंग से पहले ग्लब्ज दिया गया। इंदौर में एक महिला सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत का नाम दिया- फीस। वह एक युवक को थाने में बैठा कर फीस मांग रही है। ैप् कहती है- मेरी फीस मुझे दे दो नहीं तो सामने वाला मुझे 20 हजार तक दे देगा। मैं तुम्हारे खिलाफ में दुष्कर्म का मामला दर्ज कर दूंगी। तुम्हारी सात पीढ़ियां खराब हो जाएंगी। रिश्वत मांगने का यह वीडियो वायरल हो गया है। इसके बाद ैप् को लाइन अटैच कर दिया गया है। कोरोना कर्फ्यू के बीच ऑनलाइन पिज्जा ऑर्डर करना एक क्रिकेटर को महंगा पड़ा गया। 50 हजार रुपए भी चले गए और पिज्जा भी नहीं मिला। क्रिकेटर विक्रांत सिंह ने इंटरनेट से डोमिनो पिज्जा सेंटर का नंबर निकाला। नंबर पर कॉल करके चीज पिज्जा का ऑर्डर दे दिया। पिज्जा की बुकिंग करने के बाद उसी नंबर से एक लिंक पेमेंट के लिए भेजी गई। लिंक ओपन करते ही एक एप डाउनलोड हुआ और खाते से 50 हजार रुपए निकल गए। इंदौर में अब जनता कर्फ्यू के नाम से लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है। यह संकेत मंत्री तुलसी सिलावट ने शुक्रवार रात दे दिए। उन्होंने कहा कि इंदौर में संक्रमण स्थिर हुआ है, लेकिन चेन तोड़ने के लिए जनता कर्फ्यू पर सहमति बनी है। इसमें जनता को परेशानी न हो, यह फैसला शनिवार को किया जाएगा। इंदौर में अस्पतालों में लोग संक्रमण की चपेट में आकर दम तोड़ रहे हैं। वहीं, शहरी सीमा से लगे देहात के इलाकों में शराब कारोबारी संक्रमण बढ़ाने में जुटे हैं। गत दिनों राऊ सर्कल के पास की शराब दुकान पर टूटी भीड़ की तरह मांगलिया इलाके की शराब दुकान पर भी रोजाना भारी भीड़ उमड़ रही है। यहां शराब दुकान संचालक द्वारा कोरोना गाइडलाइन का न तो पालन किया जा रहा है। न ही इस सर्कल के आबकारी अधिकारी इस अव्यवस्था पर ध्यान दे रहे हैं। हालात ये है कि भीड़ में शराब लेने की होड़ मची है। दुकान के बाहर करीब 100 मीटर लंबी कतारें तक लग गई है। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से सरकारी स्कूलों में कक्षा 9वीं व 11वीं की मुख्य परीक्षा निरस्त कर दी गई हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि 20 से 29 नवंबर तक लिए गए रिवीजन टेस्ट व 1 से 9 फरवरी तक हुई अर्द्धवार्षिक परीक्षा में से जिसमें बेहतर अंक होंगे, उनके आधार पर 30 अप्रैल तक रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इंदौर में बुखार पीड़ितों के इलाज के लिए फीवर क्लीनिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। शहर में अब फीवर क्लीनिक 19 से बढ़कर 45 हो जाएंगे। दो से तीन दिन में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता बढ़ाने के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार ने 10 दिन पहले कोरोना के आरटीपीसीआर टेस्ट के दाम 1200 से घटाकर 700 कर दिए थे। होम सैंपल कलेक्शन के रेट भी 200 रु. तय किए थे, ताकि जांच की कीमत पर मनमानी न हो। लेकिन हो रहा इसका ठीक उलट है। शहर में 14 सरकारी और प्राइवेट लैब को जांच की इजाजत है। 8 प्राइवेट लैब रोज 350 सैंपल की जांच कर रही थीं, जिनमें से एक ने तकनीकी दिक्कत का बहाना बनाकर काम बंद कर दिया है और दूसरी को प्रशासन ने सील कर दिया है। राज्य सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति को लेकर 24 घंटे में आदेश बदल दिया है। नए आदेश में कहा गया है कि अब रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राइवेट अस्पतालों व नर्सिंग होम को स्टॉकिस्ट के माध्यम से सप्लाई होगी। स्टॉकिस्ट या प्राइवेट अस्पतालों के लिए जिला प्रशासन आवंटन में अब नहीं लगेगा। जबकि 15 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक प्राइवेट अस्पतालों को इंजेक्शन आवंटित करने का अधिकार कलेक्टर को दिया था।