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क्षेत्रीय
08-Oct-2020

1 आपने प्राइवेट ठेकेदारों को अपनी मनमर्जी करते कई बार सुना या देखा होगा जो अपने मनमर्जी के मुताबिक श्रमिकों से कार्य करवाते हैं और जब उनका मन करता है तब श्रमिकों को राशि का भुगतान करते हैं परंतु ऐसा ही मामला अगर आपको वन विभाग का देखने या सुनने मिल जाए तो आप आश्चर्य चकित हो उठेंगे क्योंकि कोरोना संक्रमण काल में मजदूरों एवं श्रमिकों को आर्थिक तंगी तथा बेरोजगारी जैसे परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है और ऐसी परिस्थिति में वन विभाग के द्वारा 8 माह पहले श्रमिकों से करवाया गया कार्य का भुगतान नहीं किया जाना भी तानाशाही रवैया है। इसी तरह का एक मामला वन विभाग के अंतर्गत कान्हा कारीडोर से करवाया कार्य महकापाठा कटंगटोला के आदिवासी श्रमिकों ने कार्य किया था जिसमें 35 से 40 मजदूरों की राशी भुगतान आज तक नहीं हुआ । 2 शासन प्रशासन आदिवासी बैगाओं के हितार्थ जमीनी स्तर पर कार्य किए जाने के भले ही दावे करती हो। वहीं इनके उत्थान के लिए बैगा आलंपिक जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लाखो रुपया पानी की तरह खर्च भी किया जाता रहा है । लेकिन हकीकत में आज भी स्थिति बिलकुल उलट है। योजनाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती की जा रही है। जिससे जिले के बैगा परिवारो को तन ढकने के लिए कपडा नही और रहने के लिए आवास नही तो पीने के लिए पानी नही है। फिर भी जिले में प्रतिवर्ष बैगाओ के नाम पर करोड़ो का बजट स्वीकृत होता है और वही पर समाप्त हो जाता है। 3 जिले के 31 मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शासन के प्रोटोकाल के अनुसार कोरोना पाजेटिव 49 मरीजों के ठीक हो जाने पर उन्हें 7 अक्टूबर को डिस्चार्ज कर दिया गया है। पाजिटिव पाये गये मराजों में नगरीय क्षेत्र बालाघाट के वार्ड नंबर 32 का 1 मरीज, भटेरा चौकी का 1 मरीज, वार्ड नंबर 23 के 2 मरीज, वार्ड नंबर 13 का 1 मरीज, वार्ड नंबर 22 का 1 मरीज, वार्ड नंबर 26 का 1 मरीज, वार्ड नंबर 33 के 2 मरीज, प्रेम नगर का 1 मरीज, शारदा नगर का 1 मरीज, चित्रगुप्त नगर का 1 मरीज, मरीज शामिल है। 4 कोरोना संक्रमण अब जिले में तेजी से फैल रहा है। अब तक इस जानलेवा वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन नहीं बन पाई है। डॉक्टरों का मानना है कि जब तक इस वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक मास्क ही वैक्सीन है। मास्क का उपयोग ही कोरोना संक्रमण की रोकथाम में सहायक बन सकता है। इसके विपरीत ज्यादातर लोग माक्स की उपयोगिता को नजरअंदाज कर रहे हैं इसके परिणाम भी अब सामने आने लगे हैं। जिले में ऐसे लापरवाह लोगों के कारण हर दिन आधा सैंकड़ा के करीब मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि शहर के 30 फीसदी लोग मास्क के उपयोग की उपयोगिता को नहीं समझ रहे है और गांवों की स्थिति यह है कि यहां 60 फीसदी ग्रामीण छह माह बाद भी मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। 5 बालाघाट अवैध मदिरा विनिर्माण, परिवहन व विक्रय के रोकथाम के तहत गुरूवार को कुम्हारी और जरेरा के आरोपियो के मकान से छापामार कार्रवाई करते हुये आरोपियों के विरूद्ध आबकारी अधिनियम के पांच प्रकरण पंजीबद्ध किये गये है। कार्यवाही मे कुल 30 लीटर हाथभट्टी शराब जप्त किया जिसकी अनुमानित कीमत 4500 रुपये हैं। 6 गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैहर से फैमिली हेल्थ इण्डिया के तकनीकी सहयोग से एम्बेड परियोजना द्वारा मलेरिया रथ का रवाना किया गया। इस मलेरिया रथ के माध्यम से मलेरिया के अति प्रभावित बैहर, बिरसा और परसवाडा ब्लॉक के 47 गाँवों मे जन समुदाय को जागरुक किया जायेगा। इा दौरान, जिला मलेरिया अधिकारी रामजी भलावी, जिला नोडल अधिकारी कोविड-19 डॉ. अंकित असाटी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ हरीश कुमार मसराम एवं जिला समन्वयक श्रीमती कंचन सिंह मौजूद थे।